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Yoga For Constipation 2025

Hello Bloggers, आप सभी का Health Wealth Funda Blog मे स्वागत है | इस लेख मे हम Yoga For Constipation के बारे मे विस्तार से सीखेँगे |

कब्ज की समस्या को जड़ से खत्म करने में योग बहुत प्रभावी है। रोज पवनमुक्तासन, भुजंगासन, वज्रासन, त्रिकोणासन और अधोमुख श्वानासन करें। ये आसन पेट की नसों को सक्रिय करते हैं और पाचन शक्ति बढ़ाते हैं। सुबह जल्दी उठकर खाली पेट योग और प्राणायाम करें। प्राणायाम में अनुलोम-विलोम और कपालभाति से भी कब्ज की परेशानी दूर होती है। साथ ही दिनभर में आठ से दस गिलास पानी पिएं और हरी सब्जियां व सलाद खाएं। रात को सोने से पहले गुनगुना पानी पीना भी फायदेमंद रहता है। भोजन हमेशा आराम से बैठकर और धीरे-धीरे चबाकर खाएं। तनावमुक्त रहने के लिए ध्यान करें और रात को जल्दी सोने की आदत डालें। रोजाना हल्की सैर और नियमित दिनचर्या से शरीर स्वस्थ रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती।

Yoga For Constipation

कब्ज की समस्या (Yoga For Constipation)

कब्ज (Constipation) आज की व्यस्त जीवनशैली में एक आम समस्या बन गई है। असंतुलित खान-पान, पानी की कमी, तनाव और शारीरिक गतिविधि की कमी इसके प्रमुख कारण हैं। यह समस्या ना सिर्फ शारीरिक असुविधा देती है, बल्कि मानसिक तनाव भी उत्पन्न करती है। योग एक प्राचीन भारतीय पद्धति है जो न सिर्फ मानसिक शांति देता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी सशक्त बनाता है। योग की मदद से कब्ज की समस्या को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

अब आप लोगो को कब्ज (Constipation) के बारे मे थोड़ा सा ज्ञान हो चुका है | आइये आपको बताता हूँ कब्ज (Constipation)  के बारे मे जिनका उपयोग करके हमको लाभ मिलेगा |

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कब्ज से राहत दिलाने वाले प्रमुख योगासन

Yoga For Constipation

  1. पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)

कैसे करें:

पीठ के बल लेट जाएं, एक पैर को मोड़कर छाती से लगाएं और दोनों हाथों से पकड़ें। सिर उठाकर घुटने को माथे से छुएं।

लाभ:

पेट में गैस और कब्ज से राहत दिलाता है, पाचन तंत्र को सक्रिय करता है।

  1. वज्रासन (Vajrasana)

कैसे करें:

भोजन के बाद दोनों पैरों को मोड़कर घुटनों के बल बैठ जाएं।

लाभ:

पाचन सुधारता है, कब्ज में राहत मिलती है। यह एकमात्र आसन है जो खाने के बाद भी किया जा सकता है।

  1. भुजंगासन (Bhujangasana)

कैसे करें:

पेट के बल लेटकर हाथों को कंधों के नीचे रखें और शरीर को ऊपर उठाएं।

लाभ:

आंतों की गति बढ़ाता है और पाचन को सुधारता है।

  1. अर्ध मत्येन्द्रासन (Ardha Matsyendrasana)

कैसे करें:

जमीन पर बैठकर एक पैर को दूसरे पैर के ऊपर रखकर, शरीर को मोड़ें।

लाभ:

आंतरिक अंगों की मालिश करता है, पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है।

  1. त्रिकोणासन (Trikonasana)

कैसे करें:

खड़े होकर पैरों को फैलाएं, एक हाथ को ऊपर और दूसरा नीचे जमीन की ओर झुकाएं।

लाभ:

शरीर में रक्त संचार बढ़ाता है और पाचन सुधारता है।

अन्य सहायक योग तकनीकें

कपालभाति प्राणायाम

यह एक शक्तिशाली प्राणायाम है जो पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और मल त्याग को नियमित करता है।

अनुलोम-विलोम प्राणायाम

यह तनाव को कम करता है और पाचन तंत्र को संतुलित करता है।

सावधानियाँ

योगासन खाली पेट या हल्का भोजन करने के 3–4 घंटे बाद करें।

शुरुआत में योग विशेषज्ञ की निगरानी में अभ्यास करना बेहतर होता है।

यदि कब्ज की समस्या पुरानी है या कोई अन्य चिकित्सा स्थिति है, तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

निष्कर्ष (Conclusion)

कब्ज एक सामान्य लेकिन कष्टदायक समस्या है, जो जीवनशैली में थोड़े बदलाव और नियमित योगाभ्यास से पूरी तरह से ठीक हो सकती है। पवनमुक्तासन, वज्रासन, और कपालभाति जैसे योगाभ्यास पेट की क्रियाओं को संतुलित करते हैं और आंतों की गति को प्राकृतिक रूप से बेहतर बनाते हैं। योग न केवल कब्ज का प्राकृतिक इलाज है, बल्कि यह संपूर्ण स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। यदि आप रोजाना कुछ मिनट भी इन आसनों को नियमित रूप से करें, तो कब्ज की समस्या से सहज ही छुटकारा मिल सकता है।

दोस्तों, अब आपके इस लेख के अंत मे कब्ज की समस्या (Yoga For Constipation) लेकर सभी Doubt Clear हो गए हैं |

FAQ’s

  • योग से कब्ज दूर होती है इसका संबंध किस प्रणाली से है?

वज्रासन पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। कब्ज, एसिडिटी, बवासीर, आंतों की गैस आदि ठीक रखने के लिए वज्रासन योग कर सकते हैं। इसके अभ्यास के लिए घुटनों के बल बैठकर दोनों पैरों की उंगलियां एक साथ रखें और एड़िया अलग रखें। सिर और पीठ को सीधा रखते हुए घुटनों को आपस में जोड़ लें।

  • शौच के लिए कौन सा व्यायाम सबसे अच्छा है?

वज्रासन करने से हमारे पाचन तंत्र को कई तरह से मदद मिलती है। यह हमारे पैरों और जांघों में रक्त के प्रवाह को बाधित करता है और इसे हमारे पेट के क्षेत्र में बढ़ाता है, जिससे हमारे मल त्याग में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है।

  • 30 मिनट के भीतर कब्ज में क्या मदद करता है?

आप 30 मिनट में कब्ज़ से कैसे छुटकारा पा सकते हैं? हर्बल चाय या पानी जैसे गर्म तरल पदार्थ पीने की कोशिश करें, जो मल त्याग को उत्तेजित कर सकते हैं। पेट की हल्की मालिश या हल्का व्यायाम जैसे चलना भी मदद कर सकता है।

  • मल बाहर नहीं निकल रहा है तो क्या करें?

कब्ज से तात्पर्य मल त्यागने में कठिनाई या अनियमित मल त्याग से है। कब्ज का उपचार आमतौर पर पर्याप्त पानी पीकर, अधिक फाइबर युक्त भोजन खाकर और अधिक व्यायाम करके किया जा सकता है। अच्छी शौच आदतें कब्ज को सुधारने या रोकने में मदद कर सकती हैं।

  • आंतों के लिए कौन सा योग करें?

उष्ट्रासन योग का करें अभ्यास

आंतों की गंदगी को बाहर करने के लिए आप उष्ट्रासन मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। इस योग की मदद से अधिवृक्क ग्रंथियों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है, जो पाचन स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। साथ ही इससे पेट में जमा गंदगी मिनटों में बाहर हो सकती है।

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